त्रयी
1 वेदत्रयी= ऋग्वेद ,यजुर्वेद,सामवेद
2 बृहत्रयी= किरातार्जुनियम् (भारवि) शिशुपालवधम् (भाघ) नैषधीयचरितम्( श्री हर्ष)
3 लघुत्रयी= कुमारसम्भवम् ( कालिदास) रघुवंशम्( कालिदास) मेघदूतम् (कालिदास)
4 काव्यशास्त्र मे बृहत्रयी या काव्यत्रयी= ध्वन्यालोक ( आनन्दवर्धन) काव्यप्रकाश( मम्मट) रसगंगाधर ( पं राज जगन्नाथ)।
5 व्याकरण के मुनित्रय=पाणिनी , पतञ्जलि ,कात्यायन
6 पुराणो के मुनित्रय= वेदव्यास ,पराशर ,शुकदेव
7शतकत्रय= श्रृंगारशतक ,नीतिशतक, वैराग्यशतक
8 पाषाण त्रय=किरातार्जुनियम् महाकाव्य के प्रथम तीन सर्ग 1,2,3
9 आयुर्वेद के बृहत्रयी= चरकसंहिता ,सुश्रुतसंहिता, अष्टांगहृदय।
10 जैन सम्प्रदाय के नाटकत्रयी =पंचास्तिकायसार, समयसार , प्रवचनसार।
11👉बौद्ध दर्शन के त्रिपिटक= विनयपिटक, सुत्तपिटक , अभिधम्मपिटक।
12👉वेदान्त दर्शन के कठिन त्रयी=खण्डनखण्डखाद्य , तत्वदीपिका , अद्वैतसिद्धि।
13👉प्रस्थानचतुष्टयी= उपनिषद , गीता , ब्रह्मसूत्र , भागवत।
14 👉महाभारत के पंचरत्न= गीता,विष्णुसहस्त्रनाम ,अनुगीता,भीष्मस्तवराज,गजेन्द्रमोक्ष।
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