मृच्छकटिकम् के पात्र
चारुदत्त :-- नायक, निर्धन द्विज
मैत्रेय :--- विदूषक, चारुदत्त का मित्र
संस्थानक :--- शकार प्रतिनायक, राजा का साला
विट :---शकार का सहचर
वर्धमानक :--- चारुदत्त का दास
चेट :---- शकार का दास
संवाहक :---- चारुदत्त का भूतपूर्व सेवक, जुआरी, बौद्ध भिक्षु
माथुर :---सभिक, प्रधान द्यूतकर
द्यूतकर :--- जुआरी
दर्दुरक :--- जुआरी
कर्णपूरक :--- वसंतसेना का सेवक
सर्विलक :---मदनिका का प्रेमी
कुंभलीक :--- वसंतसेना का दास
बंधुल :--- वसंतसेना का आश्रित वेश्यापुत्र
रोहसेन :---चारुदत्त का पुत्र
स्थावर चेट :--- शकार का दास
चेट :---- वसंतसेना का दास
आर्यक :--- गोपालक राजा पालक का बंदी, बाद में राजा
वीरक :-- राजा पालक का बलपति (नगर रक्षक)
चंदनक :---सेनापति
शोधनक :--न्यायालय का सेवक
अधिकरणिक :----- न्यायाधीश
श्रेष्ठी :--- एक प्रतिष्ठित सेठ, न्याय में अधिकरणिक का सहायक
कायस्थ :--- न्यायालय का लेखक (पेशकर)
चांडालद्वय :--- फांसी देने वाले जल्लाद
रंगमंच पर अनुपस्थित पात्र
चूर्णवृद्ध :-- चारुदत्त का मित्र
चालक :--- अवन्ती का राजा
रेभिल :--- चारुदत्त का गायक मित्र
सिद्ध :--- आर्यक राज्य प्राप्ति का भविष्यवक्ता
स्त्री पात्र
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वसंतसेना :--- नायिका गणिका
रदनिका :--- चारुदत्त की दासी
मदनिका :--- वसंतसेना की दासी, शर्विलक की प्रेमिका
धूता :---चारुदत्त की पत्नी
छत्रधारिणी :--- वसंतसेना की दासी
चेटी :--- चारुदत्त की दासी
वृद्धा :--- वसंतसेना की माता
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